दुनिया में बढ़ती जनसँख्या के साथ साथ यहाँ हर क्षेत्र में विस्तार हो रहा है चाहे वह घर हो ,ट्रांसपोर्टेशन हो ,कम्पनियाँ हो,स्कूल हो और सभी लोग एक आराम दायक जिंदगी जीना चाहते है और बात हो व्हीकल से चलने की तो व्हीकल को चलाने के लिए भी इंधन की आवश्यकता होती है
लेकिन अब इस बढ़ती दुनिया में हमारे पास इंधन भी कम होते जा रहे है ऐसे में कंपनियों ने electric व्हीकल्स का भी निर्माण कर लिया है ,CNG से भी चलने वाले व्हीकल का निर्माण कर लिया है लेकिन बढ़ती दुनिया के साथ टेक्नोलॉजी भी बढ़ती ही जा रही है और ऐसे में बजाज कंपनी भी हाइड्रोजन से चलने वाले इलेक्ट्रिक scooter को बहुत जल्द मार्केट में पेश करने वाली है जिसके बारे में आज आप इस लेख में जानेंगे |
बजाज हाइड्रोजन से चलने वाला स्कूटर
हाल ही में बहुत सारी खबरे सामने निकल कर आ रही है की बजाज एक नया scooter पेश करने वाला है जोकि पूरी तरह से हाइड्रोजन(H2) से चलने वाला है और बजाज भारत कि पहली ऐसी कम्पनी है कि जो इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है | इस प्रोजेक्ट को बजाज की सहायक कंपनी चेतक लिमिटेड के अंतर्गत रखा गया है |
इसे भी पड़े : शानदार फीचर्स के साथ कमर्शियल या पर्सनल उपयोग के लिए ये electric 3 व्हीलर बेस्ट है
इस प्रोजेक्ट के लिए चेतक कम्पनी वो सारे ही विकल्प को एक्स्प्लोर कर रही है जो हाइड्रोजन से चलने वाले व्हीकल पर काम कर चुके है या कर रहे है वर्तमान समय में टोयोटा कम्पनी भी हाइड्रोजन से चलने वाली कार पर काम कर रही है जो इस साल के अंत तक शो की जाएगी अगर हाइड्रोजन के कांसेप्ट को लेकर बजाज कम्पनी सफल हो जाती है तो हमारे पास एक अतिरिक्त फ्यूल टाइप व्हीकल उपलब्ध हो जायेगा क्यूंकि इसके पहले से हमारे पास पेट्रोल से चलने वाले व्हीकल ,बैटरी से चलने वाले व्हीकल और CNG से चलने वाले व्हीकल मौजूद है |
हाइड्रोजन कांसेप्ट के लिए बजाज ने नया मैनेजिंग डायरेक्टर चुना
इस नए हाइड्रोजन व्हीकल कांसेप्ट के लिए बजाज कम्पनी ने एक नया मैनेजिंग डायरेक्टर भी नियुक्त कर लिया है जोकि अब्राहम जोसफ है यह व्यक्ति पहले भी बजाज ऑटो में चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर का काम कर चुके है और इन्होंने बहुत सारे ऐसे ऐसे प्रोडक्ट दिए है की जोकि इंडिया में बहुत ज्यादा पोपुलर हुई है जैसे की बजाज पल्सर भी इन्होंने ही इन्ट्रोदुस कराई थी |
हाइड्रोजन से किस प्रकार बिजली बनेगी ?
हाइड्रोजन कांसेप्ट में व्हीकल रिवर्स electric स्विच पर रन करेगा जिसके लिए व्हीकल में फ्यूल सेल ,ऑक्सीजन की जरुरत होगी जहाँ ऑक्सीजन और हाइड्रोजन मिलकर पॉवर क्रिएट करेंगे जिससे की व्हीकल की मोटर रन करेगी और सय्लेन्सर से निकलने वाले धुए की जगह से पानी निकलेगा | हाइड्रोजन की टैंक को फुल करवाने में भी उतना ही समय लगता है जीतना की पेट्रोल टैंक को इसीलिए हाइड्रोजन के पम्पस भी जगह-जगह पर बनाये जायेंगे इस कांसेप्ट पर अभी और अधिक काम किया जा रहा है और बहुत जल्द यह सफलता बजाज कम्पनी को मिलने वाली है |